अढ़ाई चावल की खिचड़ी अलग पकाना मुहावरे का क्या अर्थ (मतलब) है
सब से अलग सोच–विचार रखना कहता है मैं तांगे पर जाऊँगा। बस यों ही अढ़ाईचावल की खिचड़ी अलग पकाता है।
सब से अलग सोच–विचार रखना कहता है मैं तांगे पर जाऊँगा। बस यों ही अढ़ाईचावल की खिचड़ी अलग पकाता है।