गुल खिलना मुहावरे का क्या अर्थ (मतलब) है
किसी ऐसी बात का होना जो पहले से ध्या न में न आई हो। पंडित जी तो कहते थे कि चिट्ठी उन्हों।ने लिखी ही नहीं , लो यह नया गुल खिला।
किसी ऐसी बात का होना जो पहले से ध्या न में न आई हो। पंडित जी तो कहते थे कि चिट्ठी उन्हों।ने लिखी ही नहीं , लो यह नया गुल खिला।