गूंगे का गुड़ मुहावरे का क्या अर्थ (मतलब) है
अवर्णनीय सुख। भक्तअ को जो भगवान के चिन्तसन में आनन्दी मिलता है वह तो कहा ही नहीं जा सकता । वह तो गूंगे का गुड़ ही रहेगा।
अवर्णनीय सुख। भक्तअ को जो भगवान के चिन्तसन में आनन्दी मिलता है वह तो कहा ही नहीं जा सकता । वह तो गूंगे का गुड़ ही रहेगा।