जब सरकारी सेनाओं ने जलियांवाला बाग में एकत्रित निहत्थे लोगों पर गोलियाँ चलाई तो यह घटना जलियांवाला बाग हत्याकाण्ड (1919) के रूप में सामने आई, बाग में एकत्रित लोग किसका विरोध कर रहे थे?
दो लोकप्रिय नेताओं सत्यपाल एवं सैफुद्दीन किचलू की गिरफ्तारी का विरोध