सॉंझे की हॉंड़ी चौराहे फूटी कहावत का क्या मतलब है
जिम्मेकदारी एक व्यटक्ति की होनी नहीं तो काम खराब हो जाता है--दुकान में दोनों साझीदार थे । एक समझता था मैं क्योंा ज्यातदा काम करूँ, दूसरा समझता था मैं क्यों ? उसी में व्यायपार ठप हो गया और सॉंझे की हॉंड़ी चौराहे पर फूट गई।